नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है 16 महाजनपदो के बारे में महाजनपद क्या है तथा इनका विकास कैसे हुआ और यह भारत में कहा निवास करते थे ?
बौद्ध धर्म क्या है ? |
जैन धर्म क्या है ? |
संविधान दिवस |
दोस्तों भारतीय इतिहास की 16 वी शताब्दी में 16 महाजनपदो के बारे में जानकारी मिलती है इनकी पुष्टी बौद्ध और जैन धर्म के ग्रंथो से होती है जिनमे से जैन धर्म का भगवती सुत और बौद्ध धर्म का अंगुत्तर निकाय से 16 महाजनपदो से सम्बंधित विशिष्ट जानकारी मिलती है अगर हम वैदिक सभ्यता की बात करे तो लोग कबीला बनाकर रहते थे और बड़ा कबीला जन कहलाता था इस जन में लोगो की संख्या अधिक होने पर पर जनपद बन जाता था और जनपदों का समूह महाजनपद कहलाता था इस प्रकार महाजनपदो का विकास हुआ था इनका निवास स्थानं उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक था
महाजनपद राजधानी
अंग – चम्पा
मगध – राजगृह
काशी – वाराणसी
वत्स – कोशाम्बी
वज्जि – वैशाली
कौशल – श्रावस्ती
अवंती – उज्जैन
मल्ल – कुशावती
पांचाल – अहिच्छत्र
चेदि – सुक्तिमती
कुरु – इन्द्रप्रस्थ
मत्स्य – विराटनगर
कंबोज – हाटक
शूरसेन – मथुरा
अश्मक – पोतन/पोटली
गंधार – तक्षशिला
16 महाजनपदो में से केबल हर्यक वंश ऐसा महाजनपद था जिसने अपने राज्य को आगे बढ़ाया और विस्तार किया गार हम हर्यक वंश के विस्तार होने के कारणों की बात करे तो कई एसे कारन सामने आये जिनमे से मुख्य तीन कारन थे भौगोलिक ,आर्थिक ,सामाजिक
हर्यक महाजनपद यहाँ निवास करता था वह स्थान पहाडियों तथा नदियों से घिरा था

मेरा नाम गजेन्द्र माहौर है और मै Allhindi.net वेबसाइट का Founder & Author हूँ मै भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य के ग्वालियर जिले का निवासी हूँ और मैंने अपनी ग्रेजुएशन जीवाजी यूनिवर्सिटी से Complete की है और में पढाई में Govt Industrial Training Institute,Gwalior is situated in Gwalior Madhya Pradesh से ITI रहा हूँ मुझे टेक्नोलॉजी से जुडी बाते करना और और लिखना अच्छा लगता है