नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में operating system क्या होता है और कंप्यूटर में इसका क्या उपयोग है तथा यह कितने प्रकार का होता है और किस तरह उपयोग में लाया जाता है
ऑपरेटिंग सिस्टम कई प्रोग्रामो का समूह है और यह कंप्यूटर हो या मोबोले या लेपटोप सभी की मुलभुत आवश्यकता है पर यहाँ हम केबल कंप्यूटर लेपटोप ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बात करेगे –
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दोस्तों operating system को हम बेसिकली OS के नाम से जानते है यह कई सॉफ्टवेयर का एक समूह है और यह कंप्यूटर के द्वारा होने वाले सभी ओपरेशन को नियंत्रित करता है यह उन प्रोग्रामो का समूह होता है जो कंप्यूटर की प्रमुख हार्डवेयर ने लगे होते है यह कंप्यूटर प्रमुख ह्जर्द्वारे जैसे की HARD-DISK ,PROCESSOR ,मदर-बोर्ड ,CD-राइटर को आपस में जोड़ता है कंप्यूटर में सभी हार्डवेयर को आपस में जोड़कर सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम को इनस्टॉल किया जाता है अतः कंप्यूटर या लेपटोप में सबसे पहले इनस्टॉल होने वाला सबसे पहला प्रोग्राम है
हम कंप्यूटर कजो चला सके ऑपरेटिंग सिस्टम ऐसा एक प्लेटफार्म तैयार करता है या कंप्यूटर के यूज़ में आने वाले सभी उपकरणों को नियंत्रित करता है ऑपरेटिंग सिस्टम विशेष तौर पर CPU के मैनेजमेंट पर कार्य करता है
जब हम कंप्यूटर की किसी भी input device द्वारा कोई भी निर्देश देते है तब ऑपरेटिंग सिस्टम का यह कार्य होता है की उस input device के द्वारा दिया गया निर्देश को ALU तक पंहुचा कर विश्लेषण में प्राप्त रिजल्ट को मेमोरी से आउटपुट यूनिट तक पहुचना है
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार
सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम – इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम से एक समय में केबल एक ही प्रोग्राम प्रोसेस कर सकता है इस पर एक समय में एक ही यूजर काम कर सकता है
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम –इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में एक से अधिक प्रोग्रामो को एक साथ चलाया जा सकता है
मल्टीयूज़र ऑपरेटिंग सिस्टम – इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में एंड कम्प्यूटिंग डिवाइस का उपयोग किया जाता है जिसे टर्मिनल भी कहते है एंड कम्प्यूटिंग डिवाइस के द्वारा कई यूज़रो को कार्य करने के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराते है है जिसमे अलग से कीबोर्ड ,माउस,तथा मोनिटर लगा होता है और उसनेटवर्क केबल के द्वारा मुख्य कंप्यूटर से जोड़ दिया जाता है एंड कम्प्यूटिंग डिवाइस यूजर जो भी कार्य करता है उसका दता मुख्य कंप्यूटर पर save होता है
नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम – इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में नेटवर्क के द्वारा सभी कंप्यूटर को आपस में जोड़ दिया जाता है और सभी कंप्यूटर को शियर कर दिया जाता है और फिर सभी कंप्यूटर के बीच फाइल्स का आदान-प्रदान होने लगता है
बैच प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम – इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में सभी एक जैसे प्रोग्रामो का एक बैच बनाकर एक साथ RUN कराया जाता तथा क्योकि रैम कम होने के कारण जिस सॉफ्टवेयर पर यह प्रोग्राम RUN कराये जाते थे उसे बारबार लोड नहीं करना पड़ता था
ऑपरेटिंग सिस्टम का इतिहास
ऑपरेटिंग सिस्टम का लग्भग 1950 में IBM-700 कंप्यूटर के लिए बनाया गया था उस समय का ऑपरेटिंग सिस्टम बहुत सरल था उस समय के ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना अगर हम आज की ऑपरेटिंग सिस्टम से करे तो क्षमता और गति की द्रष्टि से उस समय का operating system नगण्य है IBM-700 ऑपरेटिंग सिस्टम में जब हम एक कार्य करना शुरू कर देते थे तो जब तक हमारा पूरण कार्य समाप्त नही हो जाता था तब तक हम दूसरा कार्य प्रारंभ नही कर सकते थे या फिर हमें अपना पुराना कार्य केंसल करना पड़ता था

मेरा नाम गजेन्द्र माहौर है और मै Allhindi.net वेबसाइट का Founder & Author हूँ मै भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य के ग्वालियर जिले का निवासी हूँ और मैंने अपनी ग्रेजुएशन जीवाजी यूनिवर्सिटी से Complete की है और में पढाई में Govt Industrial Training Institute,Gwalior is situated in Gwalior Madhya Pradesh से ITI रहा हूँ मुझे टेक्नोलॉजी से जुडी बाते करना और और लिखना अच्छा लगता है